6 फ़र॰ 2009

इस वर्ष भी ट्रामा सेंटर का लाभ मिलने की उम्मीद कम

 

जिले में ट्रामा सेंटर निर्माण की प्रक्रिया इतनी मंद गति से चल रही है कि इस वर्ष भी गंभीर रूप से घायलों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। हालाकि अभी तक केंद्र सरकार की ओर से ट्रामा सेंटर निर्माण के लिये दो किश्तों में धनराशि स्वास्थ्य विभाग को भेजी जा चुकी है। लेकिन अभी न तो डेटर किये जा रहे है और न ही अन्य प्रक्रिया हो रही। वहीं विभागीय सूत्रों की माने तो लखनऊ में होने वाली स्पेशल ट्रेनिंग के लिये सर्जन, स्टाफ नर्स और पैरामेडिकल के नाम भेजे गये है। मुख्य चिकित्साधीक्षक डा.राकेश कुमार का कहना है कि धनराशि तो मिल गयी है, लेकिन अभी निदेशालय से कोई निर्देश नहीं मिले। बताया कि सर्जन की छह महीने और स्टाफ नर्स तथा पैरामेडिकल की 6 महीने की स्पेशल ट्रेनिंग होगी।

ज्ञात हो कि मार्ग दुर्घटना में घायलों की हालत गंभीर होने पर डाक्टर इन्हे कानपुर या फिर इलाहाबाद रिफर कर देते हैं। जिन्हे ले जाते समय अधिकांश रास्ते में ही दम तोड़ देते है। इसके अलावा गंभीर बीमारी के रोगियों को भी दूसरे जिलों की शरण लेनी पड़ती है। केंद्र सरकार ने मरीजों की सुविधा के लिये जिले में ट्रामा सेंटर निर्माण की योजना बनायी है। इसके लिये चार करोड़ 80 लाख रूपये की पहली किश्त तथा जनवरी में 65 लाख की दूसरी किश्त में भेजी जा चुकी है। धनराशि मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया इतनी कच्छपगति से चल रहा है कि घायलों को इस वर्ष भी ट्रामा सेंटर का लाभ मिलने की उम्मीद कम नजर आ रही है।

1 टिप्पणी:
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  1. सब से पहले तो यह रशि उन लोगो मै बंटॆ गी, जिन्होने यह स्कीम बनाई है फ़िर, नेताओ मे, फ़िर ठेके दारो ओर इन्जिंयरो मै, बाकी बचेगा क्या जो योजना पुरी हो सके, अगले साल तक इंतजार करते है.
    राम राम जी की, प्रवीण जी

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