5 जन॰ 2009

गुरु गोविंद सिंह जयंती आज पांच जनवरी को मनायी जा रही है

 

राज करेगा खालसा पंथ की जीत वाहो, वाहो गोविंद सिंह आपे गुरुचेला..के गगनभेदी नारों के साथ गुरु गोविंद सिंह के नगर कीर्तन की पूरे शहर में धूम रही। पटियाला से आयी गतका पार्टी ने लाठी, तलवार, भाला, बरछी, गोला आदि से शौर्य प्रदर्शन कर देखने वालों को दंग कर दिया। तोपों से फूल बरसे और महिलाओं, बच्चों की स्वरलहरी में गुरु गोविंद सिंह व नानकदेव के गीत फूटे। पंच प्यारों का जगह-जगह स्वागत कर लोगों ने गुरु के प्यारों का उत्साहवर्धन किया।

गुरु गोविंद सिंह जयंती आज पांच जनवरी को मनायी जा रही है इसके पूर्व शुक्रवार को नगर कीर्तन का कार्यक्रम कराया गया। कंपकपाती ठंड व कुहरा के बीच शोभायात्रा पूरे जोश के साथ निकाली गयी। सरदार लाभ सिंह, गुरुचरन सिंह, सरदार नामी, संतबक्श सिंह, हरप्रीत सिंह पंच प्यारे के स्वरूप में आगे-आगे चल रहे थे। तलवार हाथ में लिये यह पंच प्यारे सभी को दसवें गुरु का संदेश राज करेगा खालसा पंथ की जीत सुना रहे थे। पटियाला की गतका पार्टी के जवानों ने जबर्दस्त शौर्य प्रदर्शन कर लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया। नगर भ्रमण हरिहरगंज स्थित गुरुद्वारे से रेलवे स्टेशन, जैन मंदिर होते हुए शादीपुर चौराहा से पटेलनगर, आईटीआई रोड से वर्मा चौराहा, कलक्टरगंज, हरिहरगंज होते हुए देर शाम गुरुद्वारे पहुंचा। मुख्य चौराहों में गतका पार्टी का नेतृत्व कर रहे रंजीत सिंह के साथ सोलह पारंगत जवान थे जो लाठी, तलवार, भाला से हैरतअंगेज करने वाले करतब दिखाये। कोकाकोला की बोतल व विद्युत राड से जवान ऐसे खेले जैसे कांच की जगह फूलों की चोटें लग रही हों। बोतल व राड चकनाचूर हो गया। यह करतब देखने के लिये नगर भ्रमण में सैकड़ों लोग पीछे-पीछे चलते रहे।

शादीपुर , पटेलनगर के अलावा वर्मा चौराहा, कलक्टरगंज व हरिहरगंज में भी शोभायात्रा का स्वागत हुआ। नगर पालिका अध्यक्ष अजय अवस्थी ने व्यापार मंडल के सहयोगियों के साथ शोभायात्रा का स्वागत किया। पालिका द्वारा कई जगह तोरणद्वार भी बनवाये गये थे। गुरुग्रन्थ साहिब का रथ शोभायात्रा के आगे चल रहा था जिसमें सभी निकलने वालों को प्रसाद वितरित किया गया। महिलाओं की एक टोली ढोलक, मंजीरा और झांझ के साथ सबद कीर्तन करती रही। सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज के छात्र झंडा लेकर शोभायात्रा के साथ चल रहे थे। नगर के संभ्रांत लोग भी शोभायात्रा में शामिल हुए और गुरु गोविंद सिंह के आदर्शो को याद करते हुए कहा कि आज के समय में जुल्म-ज्यादती से लड़ने के लिये हर व्यक्ति में एक जज्बा की जरूरत है और यह गुरु गोविंद सिंह के आदर्शो से ही सीखा जा सकता है।

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