फतेहपुर : भिटौरा के उत्तरवाहिनी गंगातट में कलकल बहती पतित पावनी मां गंगा के महत्व को विश्व पटल पर लाने के प्रयासों में केंद्रीय पर्यटन मंत्रलय की नजरें इनायत हो गईं हैं। केंद्र सरकार ने भृगुमुनि की तपोस्थली भिटौरा को संवारने के लिए 1.19 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है। पर्यटन की दृष्टि से इस भूभाग को लैश करने के लिए कार्यदाई संस्था भी तय कर दी है।
⚫ 1.19 करोड़ रुपए के विकास का खाका
★ सड़क निर्माण के लिए 1 करोड़
★ शौचालय निर्माण 12 लाख
★ सोलर लाइट पैनल 5,70,000
★ बैठक व्यवस्था 1,45,000
★ डस्टबिन व्यवस्था 28,000
उत्तरवाहिनी गंगातट को पर्यटन के नक्शे पर दर्ज कराने और सुविधाओं से लैश करने के लिए दशकों से मांग होती रही है। प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक इसके लिए दौड़ लगाई जाती रही है। ओमघाट में हरसाल होने वाले माटी से माटी के अभिनंदन कार्यक्रम में जुटने वाली माटी की प्रमुख हस्तियों के सामने भी इसे पर्यटन के नक्शे में शामिल करने के लिए मांग उठाई जाती रही है।
हर तरफ से उठी मांग और जिले की सांसद केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के संज्ञान में मामला रखा गया था। चहुंओर से हुए प्रयास का प्रतिफल ही कहेंगे कि भिटौरा की तपोस्थली का कायाकल्प किए जाने को केंद्रीय पर्यटन मंत्रलय के स्वतंत्र प्रभार मंत्री महेश शर्मा ने इसे मंजूरी दी। योजना के लिए आवंटित धन की कॉपी केंद्रीय मंत्री साध्वी को भेजने से खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
जिले के सम्यक विकास के लिए वह तमाम योजनाओं के लिए प्रयासरत हैं। इन्हीं प्रयासों की कड़ी उत्तरवाहिनी गंगातट को पर्यटन के नक्शे में शामिल करने के प्रयास में सफलता मिली है। केंद्र सरकार के पयर्टन मंत्रलय की विशेष योजना स्वदेश दर्शन के तहत 1.19 करोड़ रुपए आवंटित हो चुके हैं। योजना में आवंटित धन को धरातल पर दिखाने के लिए केंद्रीय संस्था एनसपी को नामित भी कर दिया गया है। तीन माह पहले मंत्रलय द्वारा भेजी गई टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया इसके बाद योजना को मंजूरी मिली है। - साध्वी निरंजन ज्योति, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग राज्यमंत्री
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