10 नव॰ 2008

शहर के चौराहे कटौती के समय भी दूधिया रोशनी से जगमगायेंगे

 

शहर के चौराहे और प्रमुख सार्वजनिक स्थल अब बिजली कटौती के समय भी दूधिया रोशनी से जगमगाते रहेंगे। नगर पालिका परिषद ने रात के समय कुछ महत्वपूर्ण जगहों पर सोलर लाइट लगाने का निर्णय लिया है। पहले चरण में एक सौ सौर ऊर्जा से जलने वाले लैंपों की खरीददारी की जाएगी। इसमें करीब पांच लाख के खर्च का अनुमान है।मालूम हो कि शहर में दिन प्रतिदिन बिजली संकट बढ़ता जा रहा है। शाम होते ही विद्युत कटौती का सिलसिला शुरू हो जाता है। रात में बत्ती रहेगी कि नहीं इसका भी भरोसा नहीं रहता। ऐसी हालत में सर्दी के मौसम सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर आपराधिक वारदातों के बढ़ने की संभावना होती हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए नगर पालिका परिषद ने सौर ऊर्जा का सहारा लेने का मन बना लिया है। दिसंबर महीने के अंत तक शहर के करीब दर्जनभर चौराहों में चार-चार सोलर लाइटें और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों में एक-एक लाइटें लगाने का काम पूरा हो जाएगा।
नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी ने बताया कि शहर में बिजली आपूर्ति की हालत बद से बदतर है। रात का अधिकांश समय बिजली कटौती के दरम्यान ही बीतता है। ऐसे में कड़ाके की सर्दी में जब सभी लोग अपने घरों में होते हैं, उस समय राहगीरों के साथ आपराधिक घटनाएं बढ़ जाती हैं। वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर अपराधी पुलिस से बचने में सफल हो जाते हैं। नगर पालिका परिषद बिजली कटौती के समय चौराहों और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर प्रकाश की व्यवस्था के लिए सोलर लाइट लगाने जा रही है। यह काम चालू वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। पहले चरण में सौ लैंप खरीदे जाएंगे। अगर प्रयोग सफल रहा तो आगे और भी खरीददारी की जाएगी।


(समाचार स्त्रोत - अमर उजाला)


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