7 सित॰ 2009

फतेहपुर : तीन शिक्षक हुए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित

 

पिछले 5 सितम्बर को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में लगभग देश भर से आए 320 शिक्षकों में से फतेहपुर जनपद के प्राथमिक और जूनियर हाई स्कूल के 3 शिक्षकों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।

उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने शनिवार को कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा के मौजूदा तौर तरीके कई सवाल खड़े करते हैं। शनिवार को ''शिक्षक दिवस'' के अवसर पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने देश भर के विभिन्न प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों से आए लगभग 320 शिक्षकों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया।


अंसारी ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षकों की भर्ती, अध्यापन के तरीकों, प्रदर्शन के आकलन, उन्हें प्रोत्साहित करने और जवाबदेही तय करने की मौजूदा व्यवस्था कई सवाल खड़े करती है। खेदजनक रूप से अक्सर ध्यान दक्षता तथा क्षमता विकसित करने की बजाय पाठ्यक्रम पूरा करने पर केंद्रित किया जाता है। इसमें सुधार लाए जाने की जरूरत है।


अंसारी ने कहा कि इस मुद्दे पर एक और पहलू का उल्लेख करना जरूरी है। आज हमारे समक्ष यह स्थिति है जिसमें शिक्षक राजनीतिक तौर पर सशक्त हैं लेकिन पेशेवर रूप से सशक्त नहीं हैं। यह शिक्षा के मकसद के लिए हानिकारक है। वक्त की जरूरत हमारे शिक्षकों की पेशेवर पहचान को दोबारा विकसित करने, उनमें दक्षता तथा पेशेवर क्षमता लाने की है।


देश के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर देश भर के विभिन्न प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को हर साल सम्मानित किया जाता है। पुरस्कार स्वरूप 25 हजार रूपये नकद, प्रशस्ति पत्र और रजत पदक दिया जाता है।


आमतौर पर यह पुरस्कार राष्ट्रपति देते हैं लेकिन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के विदेश यात्रा पर होने के कारण अंसारी ने पुरस्कार प्रदान किया।

3 टिप्‍पणियां:
Write टिप्पणियाँ