28 मई 2010

परचून की दुकान चलाने वाले का बेटा यूपी टॉपर

 
उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इन्टरमीडिएट 2010 का परीक्षाफल गुरुवार को घोषित कर दिया। इस परीक्षा में कुल 80.54 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण घोषित किये गये हैं। परीक्षा में फतेहपुर के नवदीप कुमार ने 93.40 प्रतिशत अंक अर्जित कर नया इतिहास रच दिया। नवदीप ने प्रदेश भर में अव्वल रह सर्वोच्च स्थान हासिल किया।

परिषद ने इस साल परीक्षा व मूल्यांकन प्रणाली में कई बदलाव किये थे। सीबीएसई व आईसीएसई के मुकाबले उप्र बोर्ड के छात्र प्राप्तांकों में मुकाबला कर सकें, इसके लिए इस बार स्टेप मार्किग लागू की गई थी। माध्यमिक शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्र ने खुद मोर्चा संभाला था। इसका असर परीक्षा परिणाम पर देखने को मिला।

इस बार प्रदेश भर में सर्वोच्च स्थान हासिल करने वाले फतेहपुर के नवदीप कुमार को 93.40 प्रतिशत (466/500) अंक मिले हैं। यह पिछले वर्ष प्रदेश में टाप करने वाले छात्र के मुकाबले चार प्रतिशत अधिक है। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पिछले साल की तरह इस बार भी मेरिट सूची जारी नहीं की है।

परचून की दुकान चलाने वाले का बेटा यूपी टॉपर

इसे कहते हैं इतिहास रचना। निरक्षर मां और परचून की दुकान चलाने वाले पिता का बेटा नवदीप गुप्ता मेधा के आसमान पर सितारा बन चमक उठा। यूपी बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा में 93.4 प्रतिशत अंक हासिल कर उसने उत्तार प्रदेश टॉप किया है। 






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फतेहपुर के राधानगर मोहल्ले में परचून की दुकान लगाने वाले पिता कैलाश चंद्र गुप्त और माता मिथलेश कुमारी के त्याग को महत्वपूर्ण मानने वाले इस प्रतिभाशाली छात्र ने कहा कि कंप्यूटर ने मेरी रैंक बढ़ा दी। अब तमन्ना है कि इसी विषय के साथ इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करूं। नवदीप का बीटेक करने के बाद कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर आइएएस बनने का इरादा है। प्रतिदिन कुल तीन चार घंटे घर में पढ़ाई करना और क्रिकेट देखने के इस शौकीन नवदीप का मानना है कि स्वस्थ मनोरंजन होते रहने से नई उर्जा मिलती है। देश में भ्रष्टाचार को विकास की सबसे बड़ी बाधा मानने वाले इस मेधावी ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में युवाओं को आगे आना चाहिये।

शिक्षकों ने गले लगाया
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में गुरुवार को खुशी का माहौल देखते ही बना। नवदीप को सभी शिक्षक और प्रबंध कमेटी के पदाधिकारी गले लगाए रहे। प्रदेश में टापर बनने की सूचना जैसे ही टीवी चैनलों में प्रसारित हुई, वैसे ही सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में भीड़ एकत्र होने लगी। देखते ही देखते एक-एक करके सभी जमा हो गए। इसके बाद कालेज के हीरो नवदीप को लाने के लिए एसी कार भेजी गई। नवदीप अपने दोस्तों के साथ कालेज पहुंचा। इसके बाद मिठाई खाने-खिलाने का सिलसिला शुरू हुआ। 

इस मौके पर प्रबंध समिति के अध्यक्ष ने डा. देवाशीष चौधरी ने खुशी से गदगद होकर टापर छात्र को पुरस्कार देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बच्चे को पढ़ने वाले आचार्यगणों को भी चिह्नित करके पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।  नवदीप के अलावा अन्य कुछ बच्चों ने भी अपनी मेधा का प्रदर्शन किया है।

24 मई 2010

फतेहपुर: अब कंप्यूटर में दर्ज होगा अदालत का फैसला


अब दीवानी न्यायालय की प्रणाली भी आधुनिक होगी। रविवार को उच्च न्यायालय के प्रशासनिक जज ने कंप्यूटरीकृत कक्ष एवं सर्वर कक्ष का उद्घाटन किया। इस कंप्यूटरीकृत व्यवस्था में अब माउस क्लिक करते ही किसी भी मुकदमे की फाइल, तारीख, फैसले आदि की जानकारी सेकेंडों में अधिवक्ता एवं वादकारी की नजरों के सामने होगी।


अभी तक जनपद न्यायालय में सभी काम पुरानी व्यवस्था से हो रहा है। अब सोमवार से कंप्यूटर में अदालतों में मौजूद पत्रावलियों को रिकार्ड करने का काम शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही अदालतों में लगने वाली मुकदमों की तारीख, फैसले भी कंप्यूटर में दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू होगी। जानकारों की नजर में  यह एक अच्छा कदम है। इससे आगे चलकर अधिवक्ता एवं वादकारियों को काफी सहूलियतें मुहैया होंगी। हालांकि अभी कंप्यूटरीकृत व्यवस्था पूरी तरह संचालित होने में कुछ वक्त लगेगा।

उद्घाटन के इस मौके पर जिला जज मुख्तार अहमद, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश साम कुमार एवं अखिलेश दुबे, सीजेएम अरविंद राय, जिलाधिकारी पी गुरु प्रसाद, पुलिस अधीक्षक विजय कुमार गर्ग के अलावा कई अन्य अधिकारी तथा बार एसोसिएशन के सदस्य-गण  आदि मौजूद रहे।

20 मई 2010

फतेहपुर :शादीपुर चौराहे तक बढ़गी रेलवे प्लेटफार्म नंबर एक की लंबाई

 
 
फतेहपुर के रेलवे स्टेशन में सोमवार को मुख्य परिचालन प्रबंधक (सीओएम) यूके सिंह ने रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेशन में यात्री सुविधाएं बढाए  जाने पर जोर दिया और कहा अब प्लेटफार्म नंबर एक की लंबाई भी शादीपुर चौराहे तक प्लेटफार्म संख्या दो के बराबर की जाएगी। काम में हीलाहवाली के चलते कई अधिकारियों को डांट  खानी पड़। उन्होंने कहा कि स्टेशन को आकर्षक और स्वच्छ बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोडी  जाएगी।
अधिकारियों ने  प्लेटफार्म एक पर निर्माणाधीन प्रतीक्षालय के औचित्य पर सवालिया निशान उठाए। कहा कि एकांत में प्रतीक्षालय यात्रियों के लिए सुलभ नहीं रहेगा। प्लेटफार्म एक की लंबाई बढ़ने के लिए तत्काल कार्रवाई शुरु करने का निर्देश दिया। अभी प्लेटफार्म एक की लंबाई पूर्वी दिशा में तो हरिहरगंज क्रासिंग तक है लेकिन पश्चिम में आरपीएफ चौकी तक ही निर्मित है। 
इसी के साथ  मुख्य गेट के बगल में लगे एसबीआई(SBI) के एटीएम को  हटा कर साइड में करने का आदेश दिया। कई महीने से ध्वस्त पडी  सड़क को लेकर एईएन से निर्माण में देरी की वजह जानी। इसके अलावा प्लेटफार्म की ऊंचाई बढाने , ट्रैक पर बनी नाली की जाली हटाने समेत केलिए भी दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण से संतुष्ट दिखे सीएमओ ने कहा कि थोड़ बहुत मिली खामियों को अविलंब दूर कर लिया जाएगा। 

19 मई 2010

फतेहपुर : हाई मेरिट वालों को ही मिलेगा बीटीसी में मौका

बीटीसी की ट्रेनिंग करके अध्यापक बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए यह खुशखबरी है। अपने ही जिले में ढाई सैकड़ा  हाई मेरिट वाले युवाओं को बीटीसी प्रशिक्षण का मौका मिलेगा। दो सौ युवाओं को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट ) ,फतेहपुर में  दो वर्षीय प्रशिक्षण मिलेगा जबकि पचास युवाओं को प्रशिक्षण एक निजी शिक्षण संस्था में दिया जाएगा। हालांकि अभी तक निजी विद्यालय का नाम नहीं स्पष्ट हो पाया है, लेकिन शिवपुरी महाविद्यालय के नाम का कयास लगाया जा रहा है।



दो दिन पहले लखनऊ से जिले में 250 बीटीसी की रिक्तियां प्रकाशित होते ही युवाओं की धड़कन तेज हो गई है। बीटीसी में स्थान पाने के लिए युवा डायट के चक्कर लगाने लगे हैं। हालांकि अभी तक डायट के पास बीटीसी से संबंधित कोई भी आदेश लिखत-पढत  में नहीं आया है। डायट प्राचार्य कुमारी विमल वर्मा के अनुसार  19 मई को लखनऊ में बैठक बुलाई गई है..... हो सकता है बैठक में कोई दिशा निर्देश जारी हो जाएं। 

बीटीसी का प्रशिक्षण देने के लिए डायट के पास 200 अभ्यर्थियों की क्षमता है। जबकि रिक्तियां 250 घोषित हुई हैं। ऐसी हालत में साफ है कि जिले में किसी एक निजी विद्यालय को बीटीसी की कक्षाएं संचालित करने के लिए मान्यता मिली है।

जिले में पिछले कई सालों से बीटीसी का चयन नहीं हुआ है। वर्ष 2004 डायट ने बीटीसी चयन प्रक्रिया शुरू की थी, मामला न्यायालय में चले जाने के कारण चयन का काम अधर में अटक गया था। अभी हाल ही में न्यायालय का फैसला आने पर यह चयन पूरा हो पाया है।

डायट के चयन प्रक्रिया प्रभारी  का कहना है कि अभी तक ऊपर से बीटीसी चयन प्रक्रिया से संबंधित कोई दिशा निर्देश नहीं प्राप्त हुए हैं। डायट में प्रशिक्षण देने की क्षमता 200 प्रशिक्षणार्थियों की है। ऐसी हालत में साफ है कि किसी एक विद्यालय को प्रशिक्षण दिए जाने के लिए मान्यता मिल चुकी है। विद्यालय कौन सा है इस संबंध में अभी तक जानकारी नहीं है। 

पूरी जानकारी राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् उत्तर-प्रदेश की वेबसाईट पर उपलब्ध है | सम्बंधित आवेदन पत्र इस लिंक पर उपलब्ध है | आवेदन की अंतिम तिथि  ८ जून २०१० है |